हमारा जीवन हर पल किसी ना किसी चीज़ से प्रभावित होता रहता है. जैसे कभी कभी मुघे रंग प्रभावित करते हैं. अक्सर मुघे हरा रंग अच्छा लगने लगता है और मैं सोचता हूँ की काश पूरे शहर का कोई कोना ऐसा ना बचे जहां शीतल पेड़ ना हों, हर जगह केवल पेड़ों की ठंडी छाया हो जो हमे सुकून और आराम दे सके, स्वस्थ्य दे सके. बारिश के मौसम में मुझको आकाश का गहरा नीला रंग अच्छा लगता है, जो मुघे अपनी गहराई में लेकर जाता है और मैं उसकी ठंडी घटा में पूरी तरह से डूब जाता हूँ. कभी मुघे कटे हुए आम का पीला रंग अच्छा लगता है और मन उसका आनंद लेने के लिए ललचाता है. कभी लाल रंग का टीका लोगों के मस्तिस्क पे अच्छा लगता है क्योंकि मुघे वो अद्यात्मिक, सच्चे, शांत और ग्यानी प्रतीत होते हैं. कभी कपड़ों का सफ़ेद रंग अच्छा लगता है क्योंकि वो मुघे मन और तन की पवित्रता का आभास करवाता है. काले रंग के आकाश में टिम टिम करते सफ़ेद तारे मुघे अहसास करवाते हैं की मेरे जीवन में मित्रों की कमी नहीं है और में अकेला नहीं हूँ. सच कहूँ तो रंग मेरी सोच को हर पल बदलते रहते हैं और मेरी सोच मेरे जीवन को मनोरंजक बना देती है.