गुडगाँव में हेरिटेज विलेज देखा तो लगा कि इतिहास में हमारा दिल्ली शहर भी कभी ऐसा ही होगा। हर तरफ बने हुए कृष्ण कुञ्ज और बीच बीच में पीपल के पवित्र वृक्ष। अद्भुत गाँव के बाहर बने हुए और सब्जिओं से लदे हुए खेत। भला ऐसे दिव्य और सुन्दर गाँव को छोड़कर वाहनों से भरे हुए शहर में कौन जाना चाहेगा। ऐसे अद्भुत गाँव के निर्माताओं को दिल्ली शहर बुला रहा है। कृपया आएं और दिल्ली शहर कि काया को बदल दें।